अगर आप एक साथ B.Ed और D.El.Ed करने की सोच रहे हैं, तो अब यह मुमकिन नहीं रहेगा। NCTE (National Council for Teacher Education) ने साफ-साफ बता दिया है कि एक टाइम पर सिर्फ एक ही teaching course मान्य होगा।
पहले स्टूडेंट्स टाइम बचाने के लिए दोनों कोर्स एक साथ कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा करना अवैध माना जाएगा। ये नई गाइडलाइन Ministry of Education और NCTE के collaboration से लागू की गई है।
Internship अब अनिवार्य — 6 महीने स्कूल में पढ़ाना जरूरी
नई policy के अनुसार अब B.Ed या D.El.Ed करने वाले हर स्टूडेंट को कम से कम 6 महीने की स्कूल इंटर्नशिप करनी होगी।
- इसका मकसद है theory से ज्यादा practical skill develop करना।
- इंटर्नशिप के दौरान स्टूडेंट्स को real classroom में जाकर बच्चों को पढ़ाना होगा।
- lesson planning, classroom management, बच्चों से interaction — ये सब अब curriculum का हिस्सा होगा।
ये इंटर्नशिप कॉलेज की निगरानी में होगी और इसे pass करना degree का अनिवार्य हिस्सा होगा।
केवल NCTE Approved कॉलेज से ली गई डिग्री ही वैध होगी
NCTE ने ये भी clarify किया है कि अब केवल approved colleges/institutes से ली गई डिग्री ही मान्य मानी जाएगी। अगर आपने किसी ऐसे संस्थान से admission लिया है जिसे NCTE की मान्यता नहीं मिली है, तो:
- आपकी degree सरकारी या private नौकरी में मान्य नहीं मानी जाएगी।
- टीचिंग लाइसेंस या शिक्षक पात्रता परीक्षा में हिस्सा लेना मुश्किल हो सकता है।
NCTE की official site (https://ncte.gov.in/) से कॉलेज की मान्यता जरूर verify करें।
Online Mode अब सिर्फ कुछ हिस्सों के लिए — Pure Online Course Reject
नई policy के अनुसार अब B.Ed और D.El.Ed जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज को पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में नहीं किया जा सकेगा।
- केवल कुछ theory modules ही online allow होंगे।
- प्रैक्टिकल, इंटर्नशिप, क्लासरूम ट्रेनिंग — ये सब strictly offline होंगे।
- इसका मकसद यह है कि future teachers को real teaching environment की proper training मिले।
इसलिए किसी भी online-only course को join करने से पहले verify करें कि वो NCTE के current नियमों के अंतर्गत आता है या नहीं।
Admission लेने से पहले ये बातें ज़रूर Check करें
- College की NCTE मान्यता है या नहीं, ये https://ncte.gov.in/ पर जाकर चेक करें।
- कोर्स के अंदर 6 महीने की internship शामिल है या नहीं।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड की जानकारी institution से लें।
- फीस स्ट्रक्चर और refund policy पहले ही क्लियर कर लें।
- किसी भी संदिग्ध या non-approved संस्थान से बचें।
क्यों लागू हुए ये नए नियम?
इन reforms का मकसद है बेहतर teachers तैयार करना जो सिर्फ degree नहीं बल्कि classroom में real teaching skill रखते हों।
- दोनों courses एक साथ करने से focus बंटता था, अब ऐसा नहीं होगा।
- इंटर्नशिप के जरिए classroom experience बढ़ेगा और students को teaching से पहले proper exposure मिलेगा।
- NCTE-approved institutes ही मान्य होंगे, जिससे quality control मजबूत होगा।
- Online सिर्फ theory तक सीमित रहेगा, ताकि practical teaching प्रभावित न हो।
बदलाव का असर किस पर पड़ेगा?
- जो छात्र दोनों कोर्स एक साथ करना चाहते थे, उन्हें अब एक कोर्स complete करने के बाद दूसरा करना होगा।
- जो पहले से दोनों कोर्स साथ में कर रहे हैं, उनकी eligibility और degree की मान्यता इस बात पर निर्भर करेगी कि admission कब लिया गया और institution की मान्यता status क्या है।
- नए applicants को अब पूरी clarity के साथ admission लेना होगा।
Important Link (Official)
आप इन बदलावों की पुष्टि और विस्तार से नियम देखने के लिए NCTE की official site पर जाएं:
यहां आपको recognition list, approval status और latest policy documents मिल जाएंगे।
Final Thought
अगर आप teacher बनने का सपना रखते हैं, तो ये बदलाव आपके लिए एक opportunity है — अपनी training को और बेहतर बनाने की।
अब सिर्फ degree लेने से बात नहीं बनेगी। आपको real classroom का अनुभव चाहिए होगा, और वो इसी structured system से मिलेगा।
Admission से पहले पूरी जानकारी लें, हर document को verify करें और किसी भी shortcut से बचें। एक अच्छा teacher वही बनता है जो process को पूरी dedication से follow करता है।
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