सरकार ने इंजीनियरिंग के टॉप संस्थानों में से पांच नए IITs में एडमिशन की सीटें बढ़ाने का बड़ा फैसला लिया है। 2025-26 के academic session से कुल 1,364 नई सीटें UG, PG और PhD स्तर पर जोड़ी गई हैं। ये बढ़ोतरी उन छात्रों के लिए शानदार मौका है जो JEE के ज़रिए टॉप टेक्निकल एजुकेशन पाना चाहते हैं।
किन-किन IITs में सीटें बढ़ीं?
पाँच IITs में यह बढ़ोतरी की गई है —
ये सभी संस्थान third-generation IITs में आते हैं, और अब इन्हें phase-wise विस्तार दिया जा रहा है।
संस्थान का नाम | जोड़ी गई नई सीटें |
---|---|
IIT Bhilai | 378 सीटें |
IIT Dharwad | 343 सीटें |
IIT Jammu | 251 सीटें |
IIT Tirupati | 199 सीटें |
IIT Palakkad | 193 सीटें |
इन संस्थानों में अभी तक limited capacity के कारण कई बार students को अपनी पसंद की ब्रांच या सीट नहीं मिल पाती थी। लेकिन अब capacity बढ़ने से काफी ज़्यादा students को मौके मिलेंगे।
क्या है इस expansion का पूरा प्लान?
Ministry of Education ने एक लंबी योजना के तहत इन संस्थानों को विस्तार देने का फैसला किया है। इसके तहत:
- 2025 से लेकर 2029 तक कुल 6,576 सीटें phase-wise जोड़ी जाएंगी।
- इस प्रोजेक्ट पर कुल ₹11,828.79 करोड़ का निवेश किया जाएगा।
- ये पूरा विस्तार Plan-B के तहत किया जा रहा है, जिसे Union Cabinet ने मई 2025 में मंजूरी दी थी।
चार सालों में कितनी सीटें जुड़ेंगी?
सरकार ने सीट्स को साल-दर-साल बढ़ाने की योजना बनाई है। विवरण इस प्रकार है:
साल | जोड़ी जाने वाली सीटें |
---|---|
2025-26 | 1,364 सीटें |
2026-27 | 1,738 सीटें |
2027-28 | 1,767 सीटें |
2028-29 | 1,707 सीटें |
कुल | 6,576 सीटें |
इसका सीधा मतलब है कि इन संस्थानों में लगभग 92.5% सीटों की वृद्धि होगी।
क्या सिर्फ सीटें बढ़ रही हैं?
नहीं, सिर्फ सीटें ही नहीं बल्कि academic infrastructure भी मजबूत किया जा रहा है:
- 130 नई faculty positions भी approve की गई हैं।
- नए classrooms, hostels, laboratories और innovation centres भी बनाए जा रहे हैं।
- Research और incubation facilities को भी अपग्रेड किया जाएगा।
IIT Goa क्यों शामिल नहीं है?
हालांकि IIT Goa भी third-generation IITs में शामिल है, लेकिन उसे इस योजना से बाहर रखा गया है क्योंकि:
- वहाँ अभी तक permanent campus नहीं बना है।
- सरकार ने उन्हीं IITs को विस्तार योजना में शामिल किया है जहाँ permanent campuses operational हैं।
एडमिशन से जुड़ी ज़रूरी बातें
इन सीटों पर एडमिशन लेने के लिए जो प्रोसेस रहेगा, वो पहले की तरह ही होगा:
- JEE Advanced के ज़रिए UG programs में एडमिशन मिलेगा।
- PG और PhD के लिए GATE या अन्य entrance exams के स्कोर स्वीकार किए जाएंगे।
- एडमिशन प्रक्रिया JoSAA (Joint Seat Allocation Authority) के ज़रिए की जाएगी।
JoSAA की ऑफिशियल वेबसाइट है: https://josaa.nic.in
सभी updates और seat allotment यहीं से होंगे।
इससे छात्रों को क्या फायदा होगा?
- ज़्यादा सीटों का मतलब ज़्यादा चांस: पहले जिनको कम रैंक की वजह से IIT में जगह नहीं मिलती थी, अब उन्हें भी मौका मिल सकता है।
- नई ब्रांचेज और कोर्सेज: विस्तार के बाद इनमें नई specializations भी शुरू की जाएंगी।
- कैंपस facilities बेहतर होंगी: जिससे पढ़ाई और रिसर्च का environment और अच्छा बनेगा।
- Placement opportunities भी ज्यादा और बेहतर होंगी क्योंकि बड़े कैंपस का exposure industry से बेहतर होता है।
कौन eligible है?
- वे सभी छात्र जो JEE Advanced या JEE Mains जैसे entrance exams qualify करते हैं।
- जो students higher education (PG/PhD) में interested हैं और national level exams के ज़रिए apply करना चाहते हैं।
- Students को केवल ऑफिशियल portals से ही apply करना चाहिए — कोई third-party वेबसाइट या एजेंट भरोसेमंद नहीं है।
निष्कर्ष
भारत में engineering education के विस्तार की दिशा में यह कदम बहुत अहम है। इससे ना केवल qualified छात्रों को top education institutes में पढ़ाई का मौका मिलेगा, बल्कि देश की technical manpower भी मजबूत होगी।
अगर आप JEE की तैयारी कर रहे हैं या किसी भी IIT में admission लेने की सोच रहे हैं, तो इस सीट बढ़ोतरी की जानकारी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
Sources (Official Links):
- PIB Press Note: https://pib.gov.in/PressNoteDetails.aspx?ModuleId=3&NoteId=154714
- JoSAA: https://josaa.nic.in
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